हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,एक रिपोर्ट के अनुसार , आयतुल्लाह मोहसिन अराकी ने क़ुम के मदरसा आली दारुश्शिफ़ा में आयोजित छठे वार्षिक इस्लामी हुकूमत पुस्तक सेमिनार के समापन समारोह में संबोधित करते हुए कहा,वर्तमान दुनिया अतीत और यहाँ तक कि भविष्य की दुनिया की आवश्यकताओं और अंतर को समझना महत्वपूर्ण है।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर हौज़ा इल्मिया की नई ज़िम्मेदारियों की ओर इशारा करते हुए आगे कहा,इस्लामी क्रांति के बाद हौज़ा इल्मिया से जुड़ी उम्मीदों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
इन नई अपेक्षाओं का सबसे पहला मापदंड यह है कि हौज़ा को इस स्तर पर होना चाहिए कि वह वैश्विक परिवर्तन ला सके यानी वर्तमान वैश्विक मुद्दों का विश्लेषण करे और उनके समाधान के लिए व्यावहारिक योजना तैयार करे।
हौज़ा इल्मिया की उच्च परिषद के इस सदस्य ने आगे कहा,वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए एक एकल मुद्रा का परिचय कराना अत्यंत महत्वपूर्ण और आवश्यक है।
दुनिया निश्चित रूप से एक संयुक्त वैश्विक व्यवस्था यूनिफ़ाइड ग्लोबल सिस्टम की ओर बढ़ रही है और हमें इसके लिए तैयार रहना होगा सैद्धांतिक आधार प्रदान करने होंगे और व्यवहारिक प्रैक्टिकल मॉडल प्रस्तुत करने होंगे।
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